Wednesday, February 16, 2011

मयखाना

साकी ओ साकी
पिला दे मुझको , पिला दे मुझको....
तेरे मयखाने में जाम नहीं है खाली,
एक नज़र तो देख
और नज़रों से पिला दे मुझको,
साकी ओ साकी
पिला दे मुझको , पिला दे मुझको..
तेरे मयखाने में दैर भी है,
हरम भी है,
खुदा भी है गर
तो उससे मिला दे मुझको.
साकी ओ साकी
पिला दे मुझको , पिला दे मुझको....
कौन कहता है
होश नहीं है मुझको,
जिसे है होश उससे मिला मुझको.
साकी ओ साकी
पिला दे मुझको , पिला दे मुझको.....

1 comment:

  1. कौन कहता है
    होश नहीं है मुझको,
    जिसे है होश उससे मिला मुझको...

    ham (neeru + umesh) kah rahe hai:
    wah..kya khoob

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